Wednesday, February 17, 2016

Er Rational musings #388

Er Rational musings #388



Indomitable, unforgettable, n engulfing looks, expressions, n beauty of Waheeda in Black n White.



तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार है

ख्वाब चुन रही है रात बेकरार है



होंठ पे लिए हुए दिल की बात हम

जागते रहेंगे और कितनी रात हम

मुख़्तसर सी बात है तुम से प्यार है

तुम्हारा इंतज़ार है.. ..



दिल बहल तो जाएगा इस ख़याल से

हाल मिल गया तुम्हारा अपने हाल से

रात ये करार की बेकरार है

तुम्हारा इंतज़ार है.. ..



गीतकार : गुलज़ार,

गायक : हेमंत कुमार,

संगीतकार : हेमंत कुमार,

चित्रपट : खामोशी (१९६९)



Dev, Radha and Arun, triangle of love...

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मिलिंद काळे, 17th February 2016

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