Tuesday, February 2, 2016

Er Rational musings #357

Er Rational musings #357



वहीदा रहमान



Ageless, Elegant, Graceful, Poised, Beautiful and Suave.



Stunning, piercing, and crystal clear eyes. Lookalike # My favourite!



चौदहवीं का चाँद हो या अफताब हो..

जो भी हो तुम खुद की कसम लाजवाब हो..

चौदहवीं का चाँद हो..



जुल्फ़ें हैं जैसे कांधों पे बादल झुके हुए,

आँखें हैं जैसे मय के प्याले भरे हुए,

मस्ती हैं जिसमे प्यार की तुम वो शराब हो..

चौदहवीं का चाँद हो..



चेहरा है जैसे झील में हँसता हुआ कँवल,

या जिंदगी के साज़ पे छेड़ी हुई गज़ल,

जाने बहार तुम किसी शायर का ख़्वाब हो..

चौदहवीं का चाँद हो..



होंठों पर खेलती हैं तब्बसुम की बिजलियाँ,

सजदे तुम्हारी राह में करती हैं कहकशां,

दुनिया-ए-हुस्नों इश्क़ का तुम्ही शबाब हो...

चौदहवीं का चाँद हो..



Wishing Waheeda Rehman a very happy birthday. And many more to come.



तुम जियो हजारों साल और साल के दिन हो पचास हजा़र...

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मिलिंद काळे, 3rd February 2016

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