Tuesday, September 20, 2016

Er Rational musings #717

Er Rational musings #717



Dark humour:

[This was expected; and has to end this way!! One can not straighten out curved tail of a barking street dog]



Now, most importantly, if this was a well devised, well thought out plan, by Honourable PM Modi ji, one would never know...



"भाई, हमने तो पूरी कोशिश की। हमारे पीएम बनने पर हमने सभी पडोसीयोंको बुलाया, उनकी मेहमाननवाज़ी भी निभायी। छ: आठ़ बार तो अकेले मुलाकात का भी मौका पाया। इतनाही नहीं, हम तो, उन्हें बधाई देने के लिये, हमारा हवाईज़हाज़ तक मोडके निकल पडे। हम उनकीं माताजी को मिले, उनका आशीर्वाद पाया। जो जो था, हमने सब किया, सहे द़िलसे किया। बारबार हमारी आलोचना भी होती रही, इस बात को लेकरके। उसेभी हम़ने नज़रअंदाज़ किया। पर हमें बडे दुख के साथ कहना पड रहा हैं, के हम इस भाईचारे में नाकामयाब तो हुएहीं हैं, पर, बडा अफ़सोस भी हम महसूस कर रहे हैं। लेकिन, अब तो आपने बदतमीजी़की हद कर दी।"



"अब दूसरा रास्ताही नहीं छोड़ा।"

"हमें मजबूर किया जा रहा हैं।"

"अब हम नहीं छोडेंगे।"



बम्मम्मम्म...

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मिलिंद काळे, मुलुंड पश्चिम, मुंबई

२० सप्टेंम्बर २०१६

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